15 फ़रवरी 2010

अजब प्रेम की गजब कहानी

शेखपुरा-अजब-प्रेम की गजब कहानी, कुछ ऐसा माजरा यहां देखने को मिल रहा
है।. जिला मुख्यालय के गिरहीन्डा मोहल्ले में रहने वालो अभिराम और सरोजनी
की कहानी यही है। अजब गजब। आज से पच्चीस साल पहले दोनों ने प्रेम किया।
एक बस चालक तो एक ग्रामीण महिला। दोना शादीशुदा। पर प्रेम इन चीजों को
कहां मानता है। अजब प्रेम की गजब कहानी यह कि समाज के प्रतिरोध के बाद
दोनों ने शादी किया पर उससे पहले ही प्रेम ने त्याग की मिशाल कायम की।
सरोजनी ने अपने पति पर दबाब डाल कर पहले नसबन्दी करा दी ताकि अभिराम का
पहला परिवार नहीं बिखरे। अभिराम पुर्व से शादीशुदा थे और तीन बच्चों के
पिता भी पर सरोजनी नहीं मानी और जबकि सरोजनी की भी पहले से ंशादी हो चुकी
थी और वह भी एक प्रोफेसर के साथ। सरोजनी ने सुख को त्याग कर एक झोपड़ी
में रहना कबुल किया और इसे निभाया भी। गजब कहानी यह भी कि सरोजनी अपने
प्रेमी के साथ आज भी हमेशा रहना चाहती है। आज भी अभिराम जहां जाते है वह
साथ रहती है यहां तक कि बस से कहीं जाते है तब भी साथ रहती है और यदि
गैराज में बस की मरम्मती हो रही हो तो वहां भी सरोजनी अपने पति के साथ
रहती है। पति का साथ आज भी सरोजनी नहीं छोड़ना चाहती है। इसकी चर्चा जिले
में हर जगह है। और अजब प्रेम की गजब यह कहानी पच्चीस साल से अनवरत चल रहा
है।

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